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हम मौर्य वंश के योद्धा है विजय अभियान करेंगे हम। चंद्रगुप्त के सपनो का भारत निर्माण करेंगे हम।

हम मौर्य वंश के योद्धा है विजय अभियान करेंगे हम। चंद्रगुप्त के सपनो का भारत निर्माण करेंगे हम। चंद्रगुप्त के सपनो का भारत निर्माण करेंगे हम।  हम मौर्य वंश के योद्धा है यौद्धा है.... विजय अभियान करेंगे हम हम मौर्य वंश के योद्धा है विजय अभियान करेंगे हम। चंद्रगुप्त के सपनो का भारत निर्माण करेंगे हम।

मनु का विरोध क्यों,इस पुस्तक का लिंक नीचे दिया गया है

आजकल हवा में एक शब्द उछाल दिया जाता है'- मनुवाद किंतु इसका अर्थ नहीं बताया गया है |इसका प्रयोग भी उतना ही अस्पष्टऔर लचीला है जितना राजनीती शब्दों का ।मनुस्मृति के निष्कर्ष के अनुसार मनुवाद का सही अर्थ है गुण क्रम योग्यता के श्रेष्ठ मूल्यों के महत्व पर आधारित विचार धारण और तब अगुण अकरम योग्यता के अश्रेष्ठ मूल्यों पर आधारित विचारधारा को कहा जाएगा गैर मनुवाद अंग्रेज  आलोचकों से लेकर आज तक के मनु विरोधी भारतीय लेखकों ने मनु और मनु स्मृति का जो चित्र प्रस्तुत किया है ।वह एकांगी विकृत भयावह और पूर्वाग्रह युक्त है उन्होंने सुंदर पक्ष सर्वथा उपेक्षा करके असुंदर पक्ष को ही उजागर किया है इसमें मैं केवल मनु की छवि को आघात पहुंचा है अपितु भारतीय धर्म संस्कृत संस्कृति सभ्यता साहित्य इतिहास विशेषतह धर्म शास्त्रों का विकृत चित्र प्रस्तुत होता है उसे देश विदेश में उनके प्रति भ्रांत धारणा बनती हैं धर्म शास्त्रों का व्रथा अपमान होता है हमारे गौरव का हास होता है इस लेख के उद्देश्य हैं मनु और मनुस्मृति की वास्तविकता का ज्ञान कराना सही मूल्यांकन करना इस संबंधी भ्रांतियों को दूर करना और सत्य को सत्...

शादी में 7 फेरों के साथ लिए जाने वाले सात वचन

                   💐प्रथम वचन💐 तीर्थव्रतोद्यापन यज्ञकर्म मया सदैव यह प्रियवयं कुर्याणि। वामांगमायामि तदा त्वदीयं ब्रवीति वाक्यं प्रथमं कुमारी                          अर्थ यदि आप कोई व्रत-उपवास में धार्मिक कार्य या तीर्थयात्रा पर जाएंगे तो मुझे भी अपने साथ लेकर जाएंगे यदि आप इसे स्वीकार करते हैं तो मैं आपकी वामांग में आना स्वीकार करती हूं।                    💐दूसरा वचन💐 पुज्यौ यथा सवौ पितरौ ममापि तथेशभक्तो  निजकर्म कुर्याम। वामांगमायामि तदा त्वदीयं ब्रवीति कन्या वचनम द्वितीयं।।                             अर्थ आप अपने माता -पिता की तरह मेरे माता-पिता का भी सम्मान करेंगे और परिवार की मर्यादा का पालन करेंगे । यदि आप इसे स्वीकार करते हैं तो मैं आपके वामांग में आना चाहता करती हूं।                ...